तूं मत पाल़ भरम नै भाई!
थोड़ो समझ परम नै भाई!!
गुणचोरां री संगत रल़ग्यो!
आंख्यां राख शरम नै भाई!!
अहम वहम में केयक मरग्या!
ओ तो समझ मरम नै भाई!!
चकाचूंध में यूं चकरीजर!
तूं मत छोड करम नै भाई!!
करड़ा लट्ठ तूटग्या कितरा!
साबत देख नरम नै भाई!!
ठार! ठार ! नै जीम धीज सूं
कर मत घाल गरम नै भाई!!
खाय गपंदा गया बावल़ा!
भूल्या मिनख -धरम नै भाई!!
गिरधर दान रतनू दासोड़ी
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