बुधवार, 8 मार्च 2017

भेरू बाबजी कर जो पास

भेरू बाबजी कर जो पास

भण्या को नी
लिख्या को नी
स्कूल में हिदा
टिक्या को नी
साल भर को
खरचो वगड्यो
पेला दन   को
परचो वगड्यो
करां अब कणी से आस
भेरू बाबजी कर जो पास

पास वईग्यो तो बोकड़ो
चढ़ऊंगा
सप्लीमेंटी में
कूकड़ो
हमजो म्हारी विपदा बाबजी
किने सुणऊँ  दुखड़ो
मन में चुभे घणी फांस
भेरू बाबजी कर जो पास

हिन्दी हिदी
हमज नी आवे
अंगरेजी  म्हारी
खोपड़ी खावे
विज्ञान माथा
उप्पर जावे
गणित डाकण
घणी सतावे
करूँ अब कणी से आस
भेरू बाबजी कर जो पास

रात भर जागी जागी
थाकी ग्या चिट काटी काटी
ड्यूटी देवा वाळी  बई
चिट पकड़ी ने इत र ई

मास्टरजी  आँख दिखावे
केस वणई दूँ म्हने डरावे
मै बोल्यो वणई दो
जरुरी वे यदि  वणाणो
पर होची लिजो भ णा वा ने
म्हाका गाम में पाछो आणो

जोड़ी टीप ली,सई गलत टिप्या
छुटी ग्या प्रश्न खासम ख़ास
भेरू बाबजी कर जो पास

अक्षर म्हारा ज्यूँ लहरे साँप
उत्तर लिख्या उद्दड़ माप
घणी गिरिगी म्हारी साख
वचई ली जो कटती नाक
करूँ अब कणी से आस
भेरू बाबजी कर जो पास

सोमवार, 6 मार्च 2017

काचर रो बीज

पत्नी :हुणो के !आप रो निक नेम काई है।
पति: यो कै होवे है
पत्नी ः अरे सा लारे सू आप नै गांववाला काई केवता हा
पति ः काचर रो बीज

सोमवार, 27 फ़रवरी 2017

नारी बिन नर जनम नहीं-

नारी बिन नर जनम नहीं-गिरधर दान रतनू दासोड़ी
   गीत सोहणो
मानो मन बात मुलक रै मिनखां
सोल़ै आना जिका सही।
दुनिया मांय दीठ दे देखो
नारी बिन नर जनम नहीं।।१
भगवन पीर ओलिया भाल़ो
गोड पैगेंबर जिता गिणो।
जग में नार सकल़ नैं जणिया
जाणै आ तो जणो जणो।।२
सांपरत भगत सूरमा सारां
दातारां इण जनम दियो।
सिखमत मान हुवा सतवादी
कीरत वाल़ो काम कियो।।३
धू पैल़ाद अडग की धारण
भिड़िया सिंघां भरत भला।
पातल राण मराठै प्रथमी
खल़ां सीस ज्यां दिया खला।।४
पंडव पूत महाभड़ पूरा
माता वाल़ी सीख मनी।
जस री सोरम अखी जगत में
देखो अज तक बहै दुनी।।५
दिल सूं माण नारियां दीधो
भू पर वांरी साख भली।
जग में जिकै पूजीजै जोवो
हर दिस ज्यांरी बात हली।।६
रावण नार मर्जादा रेटी
लोफर हर सूं आल़ लई।
तणिया तीर राम रा तणका
गमियो वँश नै लंक गई।।७
मानी नाय दुजोधन मूरख
कुटल़ नार अपमान कियो।
मिरतु  जिको कुत्तै री मरियो
दुसटी पाणी वंश दियो।।८
मुगलां वुसत भोग री मानी
भेल़ी कर नैं हरम भरी।
मिटिया नार हाय सूं महियल़
कबजै गोरां दिल्ली करी।।९
सत री कैवूं सांभलो सैणां
नर नारी सूं बडो नहीं।
जणणी बैन भामणी जोवो
मारग दरशक साच मही।।१०
जणणी रूप पाल़णी जोवो
धिन रखवाल़ी करै धरा।
साची सीख दैण संतानां
खटकै भरणी भाव खरा।।११
बांटै नेह बैन बण बसुधा
हित सूं दिल रो दरद हरै।
दीधो लहै भ्रात सूं देखो
काम कोड सूं कठण करै।।१२
भामण रूप रहै नित भेल़ी
जोड़ कंध सूं कंध जिका।
सुख दुख मांय साथ इक सिरखी
टोरै निश्छल़ प्रीत तिका।।१३
बेटी बण नै मात बाप री
प्रीत देय नै पीड़ हरै।
ऊजल़ पी'र सासरो  इण सूं
कुल़ च्यारां रो नाम करै।।१४
नर रो मूल़ नार सूं न्हालो
साख नार सूं बधै सही।
अवनी नार बिनां नर आधो
कितरै ग्रंथां मांड कही।।१५
पूजो नेह माण दो प्रिथमी
धुर इण बातां ध्यान धरो।
गिरधर कहै गीत ओ गुणियां
कान जिकण नै आज करो।।१६
गिरधर दान रतनू दासोड़ी

रविवार, 26 फ़रवरी 2017

Hero

English Professor To Pushkarna Brahmin - Who is your favorite Hero?

Pushkarna Brahmin(Bhasa) - My Favorite Hero Is ' Dal Badam Ro Hero'

गुरुवार, 23 फ़रवरी 2017

कुबद्ध कमाई छोड बावल़ा!-

कुबद्ध कमाई छोड बावल़ा!-

गिरधर दान रतनू दासोड़ी
कुबद्ध कमाई छोड बावल़ा!
मतकर भ्रष्टां होड बावल़ा!!
च्यार दिनां री देख चांदणी!
फैंगर मतकर कोड बावल़ा!!
लुकै नहीं अपराध लाखविध!
कूटीजै फिर भोड बावल़ा!!
लोकतंत्र में बिनां दावणै,
लेय तपड़का तोड बावल़ा!
ज्यांरो होको ज्यांरी खेती!
मती तोड़ाजै गोड बावल़ा!
कातर है कानून बापड़ो,
समझ वापरी डोढ बावल़ा!!
हंसां वानै मत चकराए
बेड़ै बेड़ै डोड बावल़ा!!
संविधान रो शंको किणनै?
चवड़ै पकड़ै थोड बावल़ा!!
गिरधर दान रतनू दासोड़ी

बुधवार, 22 फ़रवरी 2017

हे मायड़ भाषा ! माफ करजै !

हे मायड़ भाषा ! माफ करजै !

-गिरधर दान रतनू दासोड़ी

हे मायड़ भाषा !माफ करजै!
म्हे थारै सारू
कीं नीं कर सकिया!
फगत लोगां रो
मूंडो ताकण
उवांरी थल़कणां
धोक लगावण रै टाल़!
थारै नाम माथै
रमता रैया हां
आजतक
अंधल़गोटो
लुकमीचणी
कै
कदै -कदै
भांगता रैया हां
कोथल़ी में गुड़!!
कै
चूल्है रै चांद ज्यूं
चूल्है री बैवणी माथै
झाड़ता रैया भासण!
क्यूंकै
न तो है म्हांरी
आसंग उठण री!
अर नीं हां
म्हे इतरा पगाल़!
कै पूग सकां
उणां रै बारणै
जिकै करता रैया है
आंख टाल़ो थारी महत्ता सूं
नकारता रैया है
थारै वैभव नै
रगदोल़ता रैया है
थारै ऊजल़ियै इतियास नै
गदल़ावता रैया है
वर्तमान  नै
स्वारथ रै कादै सूं
तोलता रैया है थारो तोल
वोटां री काण ताकड़ी सूं
मीढता रैया है
थारो मोल
आपरी आंटो
खावणी वाल़ी जीब सूं
अर जीब ई
इतरी लिपल़ी कै
आंटो खावती ई रैवै!!
अर म्हे इण आंटै!
आवता ई रैया
लेवता ई रैया थथूंबा!
फगत इण आशा में
कै
मा आवै ! अर बाटियो लावै!
काढ दिया वरसां रा वरस!
तन्नै तो ठाह है!
कै
म्हांमे नीं रैयी इतरी ऊरमा
कै सूरमापणो
जिणरै पाण
म्हे कर सकां
आंख सूं आंख मिलाय
उणां सूं बात
जिकै खावता रैया है
बाजरी म्हांरी
अर बजावता रैया हाजरी बीजां री!
इण में कांई इचरज?
कै
सूतां री भैंस
लावती रैयी है पाडा
माफ करजै म्हांनै!
म्हांरै निपोचापणै!
म्हां सगल़ां री गत आ ईज है
कै "उठ बींद फेरा ले!
हें र राम मोत दे!"
ऐड़ी  पोच रै
धणियां रै भरोसै
तो नीं लागै 
कै थारो गौरव
थारो वैभव
मंडणियो कोई जागेला?
तूं मत करजै आशा
कै थारो ऊजल़ियो इतियास
बणैला पाछो वर्तमान!
हे मायड़भाषा !
तूं क्षमादात्री है
म्हांरो ओ गुन्हो
करजै माफ कै
म्हे थारै सारू
रगत तो कांई!
पसीनै रो टोपो ई नी  टपकाय सकां!!
गिरधर दान रतनू दासोड़ी

रविवार, 19 फ़रवरी 2017

हाथी दीज्ये घोडा दीज्यै

हाथी दीज्ये घोडा दीज्यै, गधा गधेडी मत दीज्यै
सुगरां री संगत दे दीज्यै, नशा नशैडी मत दीज्यै

घर दीज्यै घरवाली दीज्यै, खींचाताणीं मत दीज्यै
जूणं बलद री दे दीज्ये, तेली री घाणीं मत दीज्यै

काजल दीज्यै टीकी दीज्यै, पोडर वोडर मत दीज्यै
पतली नार पदमणीं दीज्यै, तूं बुलडोजर मत दीज्यै

टाबर दीज्यै टींगर दीज्यै, बगनां बोगा मत दीज्यै
जोगो एक देय दीज्यै पणं, दो नांजोगा मत दीज्यै

भारत री मुद्रा दै दीज्यै, डालर वालर मत दीज्यै
कामेतणं घर वाली दीज्यै, ब्यूटी पालर मत दीज्यै

कैंसर वैंसर मत दीज्यै, तूं दिल का दौरा दे दीज्यै
जीणों दौरो धिक ज्यावेला, मरणां सौरा दे दीज्यै

नेता और मिनिस्टर दीज्यै, भ्रष्टाचारी मत दीज्यै
भारत मां री सेवा दीज्यै, तूं गद्दारी मत दीज्यै

भागवत री भगती दीज्यै, रामायण गीता दीज्यै
नर में तूं नारायण दीज्यै, नारी में सीता दीज्यै

मंदिर दीज्यै मस्जिद दीज्यै, दंगा रोला मत दीज्यै
हाथां में हुन्नर दे दीज्यै, तूं हथगोला मत दीज्यै

दया धरम री पूंजी दीज्यै, वाणी में सुरसत दीज्यै
भजन करणं री खातर दाता, थौडी तूं फुरसत दीज्यै

घी में गच गच मत दीज्यै, तूं लूखी सूखी दे दीज्यै
मरती बेल्यां महर करीज्यै, लकड्यां सूखी दे दीज्यै

कवि नें कीं मत दीज्यै, कविता नें इज्जत दीज्यै
जिवूं जठा तक लिखतो, रेवूं इतरी तूं हिम्मत दीज्यै

शुक्रवार, 17 फ़रवरी 2017

जोधपुर त्रिपोलिया में टेक्सी चलावतो सा..!*

एक बार अमेरीका में एक विमान खराब मौसम के चलते गोते खाने लगा l

विमान के पायलट ने अपना सारा अनुभव और कौशल्य लगा के पहाड़ों के बीच से बचते बचाते आड़े तिरछे कट मार के विमान को बचा कर एअरपोर्ट पे ले आया l

उसका सत्कार किया गया और पुछा गया की ऐसा talent और अनुभव उसने कहा और कैसे प्राप्त किया..??

*कसम से आंखों मे खुशी के आंसू आ गये* जब वह बोला...









*पेला जोधपुर त्रिपोलिया  में टेक्सी चलावतो सा..!*

मंगलवार, 14 फ़रवरी 2017

मारवाडी सीख

*मारवाडी सीख :*
*1. चौखी संगत में उठणो बैठणो।*
*2. काम स्यू काम राखणौ |*
*3. ऊड़तो तीर नहीं पकड़नो।*
*4. घणो लालच नहीं करणो।*
*5. सोच समझ कर पग राखणो।*
*6. रास्ते आणो, रास्ते जाणो ।*
*7. जितो हो सके बित्तो ही कम बोलणो ।*
*8. छोटा मोटा को कायदों राखणो ।*
*9. जितो पचे, उतो ई खावो।(पेट खुदको होवे है)*
*10. बीना पूच्छ्या सलाह नहीं देणी ।*
*11. पराई पंचायती नहीं करणी।*
*12. आटे मे लूण समावे, लूण में आटो नहीं।*
*13. पगा बलती देखणी, डुंगर बलती नहीं।*
*14. बीच में ही लाडे की भुवा नहीं बणनी।*
*15. सुणनी सबकी करणी मन की।*

रविवार, 12 फ़रवरी 2017

आपणा_बडेरा_केयग्या

#आपणा_बडेरा_केयग्या
_________________
बाग बिगाङे बांदरो,सभा बिगाङे फूहङ ।
लालच बिगाङे दोस्ती,करे केशर री धूङ ।।

जीभड़ल्यां इमरत बसै,जीभड़ल्यां विष होय।
बोलण सूं ई ठा पड़ै,कागा कोयल दोय।।

चंदण की चिमठी भली,गाडो भलो न काठ।
चातर तो एक ई भलो,मूरख भला न साठ।।

गरज गैली बावली,जिण घर मांदा पूत ।
सावन घाले नी छाछङी,जेठां घाले दूध ।।

पाडा बकरा बांदरा,चौथी चंचल नार ।
इतरा तो भूखा भला,धाया करे बोबाङ ।।

भला मिनख ने भलो सूझे,कबूतर ने सूझे कुओ ।
अमलदार ने एक ही सूझे,किण गाँव मे कुण मुओ ।।