डॉक्टर अब्दुल कलाम के देहावसान के दिन उनको शब्द पुष्प द्वारा दी गई श्रद्धांजलि आज पुनः प्रेषित है
अब्दुल कलाम रा मरसिया ....
अब्दुल तोड़ी आज दीवारां इण देह री
पूरी कर परवाज. पद परमहंस पावियो
अब्दुल पूगौ आप अमरापुर रे आँगणे
शोक घणौ संताप नयण नीर मावै नहीं
अब्दुल पूरी आस कथनी करणी एक कर
खुदाबन्द वो खास भगत बड़ौ भगवान रो
अब्दुल तूं आधार भांण भळकतौ भारती
अगनी रौ अवतार साधक सांचो सूरमो
अब्दुल नहीं अनाम. इतिहासां रहसी अमर
कीरत वाळा काम कायम करगौ कोड सूं
अब्दुल वाळी आंण अवरां ने आंणी नहीं
जीवत जुगां प्रमाण भूलै किण विध भारती
रतनसिहं चाँपावत कृत
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें