दिवाळी री दाखवूं , स्नेह बधाई सैण !!
अधक रहे घर आपरे , राजीपो दिन रैण !!1!!
लिखमी अन्न धन लावहि , आंगण मात अपार !!
रामहि वासो राखसी , सुख सम्पत गुण सार !!2!!
आप तणै घर में अवस , लिखमी वासो लैय !!
राजी होकर रामजी , दूंणी खुशियां देय !!3!!
धन तैरस रो धन तणो , वासो होय विशैष !!
महिना बीतै मौज में , हरि दया सूं हमेश !!4!!
कबूल मोरी कीजियो , आप रमा अरदास !!
अधक समापण आवजो , देवी तूं धन दास !!5!!
रोग जोग दूरा रहै , सुखी रहे जग सोय !!
हे मां विपदा हारणी , हमें दया तव होय !!6!!
द्वेष भावना दीनता , दुरगण राखै दूर !!
देवी लाभ दिरायजो , जग में आप जरूर !!7!!
लिछमी मांडे पगलिया
ऋद्धि सिद्धि गण माळ ।
सूत शम्भू भज ईसरी
कोड करे करनाळ ।।
दीप जगावे रावळे
बढे धान अरु धन्न ।
सूत शम्भू भज ईसरी
रमा रहे परसन्न ।।
दीपावली री
आप ने घणी घणी शुभकमना
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